Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
केंद्र और राज्य की गाइडलाइनों को लेकर उठा सवाल
कोलकाता। अहमदाबाद में हाल ही में हुई विमान दुर्घटना के बाद पूरे देश में एयरपोर्ट के आसपास साफ-सफाई और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। अहमदाबाद हादसे के पीछे पंछियों के टकराव की आशंका जताई गई थी। ऐसे में कोलकाता एयरपोर्ट के आसपास मौजूद पांच नगरपालिका क्षेत्रों में खुले कचरे के ढेर को लेकर संबंधित नगरपालिकाएं अब एक्शन मोड में हैं। कई जगहों से कचरा हटाने का काम भी तेज़ी से किया जा रहा है।
गौरतलब है कि अहमदाबाद में हादसे के बाद शुरुआती जांच में डीजीसीए ने संदेह जताया था कि विमान पक्षी से टकराया हो सकता है, हालांकि अब तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। इसके बावजूद देशभर के हवाई अड्डों के आसपास साफ-सफाई पर विशेष जोर दिया जा रहा है, ताकि इस तरह के जोखिम को टाला जा सके। कोलकाता हवाई अड्डे के आसपास दमदम, न्यू बराकपुर और बिधाननगर समेत पांच नगरपालिकाएं हैं, जहां खुले में कचरा फेंकना अब भी एक बड़ी समस्या बनी हुई है। इन कचरों पर गिरने वाला घर का जैविक अपशिष्ट पक्षियों को आकर्षित करता है, जिससे हवाई अड्डे के क्षेत्र में पक्षियों की आवाजाही लगातार बनी रहती है। यह स्थिति उड़ान भरते या उतरते विमानों के लिए खतरा बन जाती है।
हवाई अड्डा प्रशासन ने पहले भी कई बार स्थानीय प्रशासन को चेताया है कि खुले में कचरा न फेंका जाए। इसके लिए हवाई अड्डे की चारदीवारी के पास चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए हैं। बावजूद इसके स्थिति पूरी तरह नहीं सुधरी है। एयरपोर्ट से महज़ 700 मीटर की दूरी पर दमदम नगरपालिका के अधीन एचएमभी वेट बना हुआ है। इसी तरह सांपूईपाड़ा, राजबाड़ी और सिद्धेश्वरी लेक जैसे इलाकों में भी जलाशयों के किनारे कचरे का अंबार दिखता है। कुछ ही किलोमीटर दूर न्यू बैरकपुर नगरपालिका के तहत एक डंपिंग ग्राउंड है, जहां नियमित रूप से कचरा डाला जाता है।
विधाननगर नगर निगम के वार्ड संख्या 6 के पार्षद सम्राट बरुआ ने जानकारी दी कि एयरपोर्ट की दीवार से महज़ 30 फीट दूर ही निगम का कचरा कम्पैक्टर है, जहां कुछ घंटों के लिए कचरा जमा किया जाता है और फिर उसे हटा दिया जाता है। दमदम नगर पालिका के चेयरमैन हरिंदर सिंह ने बताया कि हमने एचएमभी वेट को ढकने का काम शुरू कर दिया है, जल्द ही यह पूरा हो जाएगा। एयरपोर्ट अधिकारियों की बातों को हम गंभीरता से ले रहे हैं। एयरपोर्ट से सटी बस्ती में यह समस्या कोई नई नहीं है, लेकिन अहमदाबाद जैसे हादसों ने एक बार फिर चेताया है कि सुरक्षा को लेकर लापरवाही भारी पड़ सकती है। ऐसे में अब निगाह इस पर टिकी है कि स्थानीय निकाय इस दिशा में ठोस और स्थायी समाधान कितना जल्दी ला पाते हैं।